प्यार-इश्क-मोहब्बत:
ये इश्वरी अहसास, जिसके भी रहे पास
वो ख़ास है भई ख़ास, दुनियां में है वो ख़ास
ग़मगीन जिंदगी हो, उसका खिला रहे मन
दुःख का पहाड़ टूटे, रहे फूल जैसा तन
हर तरफ खुशहाली दिखे, हर शय लगे प्यारी
प्यारे सभी चेहरे लगें, दुनियां दिखे न्यारी
बोझिल बनी जो ज़िन्दगी, वो आ रही अब रास
वो ख़ास है भई ख़ास, दुनियां में है वो ख़ास
ये इश्वरी अहसास, जिसके भी रहे पास
वो ख़ास है भई ख़ास, दुनियां में है वो ख़ास
(कविअशोक्कश्यप)
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