Skip to main content
Search
Search This Blog
कवि अशोक कश्यप
Share
Get link
Facebook
X
Pinterest
Email
Other Apps
August 02, 2011
दशक बीते हैं ऐसे ही, दशक बीतेंगे ऐसे ही,
रहे है हम सदां ऐसे, रहेंगे हम तो ऐसे ही
कोई बनता है बन जाये सिकंदर इन ज़मीनों का,
रहेंगे बादशाह हम तो, जिगर के दिल के ऐसे ही,
Comments
Popular Posts
September 10, 2023
गज़ल के शेर (ज़िन्दगी मुस्कुराएगी पुस्तक से)
December 14, 2009
खुदपर ध्यान दो
Comments