दोस्तों, मुझसे किसी ने पूंछा की आपको लिखने से कुछ आमदनी भी होती है ?
मैंने कहा नहीं
उसने कहा क़ि आज के ज़माने में कोई भी काम पैसे के लिए किया जाता है, आप बड़े भोले हैं ........
उस समय मैंने यर मुक्तक लिखा ..........

दशक बीते हैं ऐसे ही, दशक बीतेंगे ऐसे ही,
रहे है हम सदां ऐसे, रहेंगे हम तो ऐसे ही
कोई बनता है बन जाये सिकंदर इन ज़मीनों का,
रहेंगे बादशाह हम तो, जिगर के दिल के ऐसे ही,

Comments