क्या मौसम सेवाएँ उपभोक्ताओं की मांगों को पूरा करने में सक्षम हैं ?
सक्षम है :- भारत मौसम विज्ञान विभाग के 137  वे स्थापना दिवस  में प्रोफेशर  यशपाल जी ने कहा था की अब वह ज़माना नहीं रहा जब कि मौसम विज्ञानी खिड़की से बाहर के आसमान को देखकर मौसम का पूर्वानुमान बताता था वो गुज़रे ज़माने की बात हैं। अब तो मौसम विभाग में  बहुत से उन्नत उपकरणों का उपयोग किया जाता है और गणितीय विश्लेषण से स्पष्ट जानकारी दी जाती है। कॉस्मिक किरणों, मौसम विज्ञान से संबंधित दवाब को नापने, संचार, प्रसारण, विमानन आदि के संदर्भ में भी विज्ञान के क्षेत्र में यह योगदान काफी महत्वपूर्ण है। आई-एम-डी- ने उत्कृष्टता के साथ आधुनिक विज्ञान के एक समूचे नए दौर में प्रवेश किया है, अवलोकन प्रणाली का आधुनिकीकरण, मौसम पूर्वानुमान के लिए अंकीय तरीकों के इस्तेमाल के लिए उच्च प्रदर्शन करने वाली कंप्यूटिंग प्रणाली की शुरुआत (भारत के प्रथम सुपर कंप्यूटर से सौ गुणा अधिक शक्तिशाली) और नवीन सूचना प्रौद्योगिकी आधारित डाटा प्रोसेसिंग प्रणाली हाल के वर्षों की प्रमुख उपलब्धियां रही हैं। डोपलर मौसम रडार पर आधारित तत्काल मौसम की जानकारी देने की प्रणाली भी काफी नवीन है और एक सेवा क्षेत्र के रुप में इसे अभी स्थापित होना है, प्रसार प्रणाली के सीधे जनता और उपयोगकर्ता समूहों तक पहुंचने से समय की बचत होगी। इस प्रणाली का लक्ष्य बेहद विशिष्ट क्षेत्रों में मौसम से संबंधित गंभीर चेतावनी की सूचना प्रदान करना है। दिल्ली में देश के प्रथम सी- बैंड डोपलर रडार का उद्घाटन किया। यह रडार मेट्रो शहर में मौसम पूर्वानुमान से संबंधित गंभीर चेतावनी प्रदान करने में सहायक होगा। आने वाले तूफान से प्रभावित होने वाले शहर के भागों की जानकारी से आम इंसान के साथ ही नागरिक प्राधिकरणों को भी इससे मदद मिलेगी।

हमारा  भारत मौसम विज्ञान विभाग समाचार-पत्रों में रेडियो, टेलीविजन आदि पर तो मौसम की भविष्यवाणी देता ही है और भी कई काम है जिनको अंजाम हमारे विभाग में दिया जाता है। मौसम सेवाएं कई तरह से दी जाती हैं ।

1. दीर्घ अवधि मौसम सेवा:  इसमें हम पूर्व में घटित मौसम और उसके कारणों सम्बन्धी आंकड़ों की सहायता से वर्तमान मौसम की दशा और दिशा तय करके भविष्यवाणी करते हैं ।

2. अल्प अवधि मौसम सेवा: इसमें उपग्रह की सहायता से और उपरितन प्रेक्षण यानि RS/RW तथा GPS प्रेक्षण की सहायता से हम ये अनुमान लगते है की अगले सात दिन तक किसी क्षेत्र विशेष का मौसम कैसा रहेगा ।

3. दैनिक मौसम सेवा :  दैनिक मौसम सेवा  में हम सतही प्रेक्षणों और रडार से प्राप्त आंकड़ों तथा GPS (ग्लोबल पोसिस्निंग सिस्टम) प्रेक्षणों की सहायता से हम अगले दो दिनों का मौसम अनुमान लगा सकने में सक्षम होते हैं और देशवासियों को  भविष्यवाणी करते हैं।

4. आकस्मिक मौसम सेवा: कभी-कभी कहीं आकस्मिक बड़ी घटना या दुर्घटनाओं में आपदा प्रबंधन के लिए हमसे किसी क्षेत्र विशेष के मौसम के बारे में पूंछा जाता है या हम खुद ही पहल करके प्राकृतिक आपदा प्रबंधन में मदद करते है मौसम की स्टिक भविष्यवाणी करके।जैसे की कही भूकंप आया या कहीं बदल फट गया और वहां सहायता पहुंचानी है तो आपदा प्रबंधन के लिए हम वहां के मौसम के लिए विशेष देख-रेख करके मदद करते हैं।

5. नागर विमानन सेवा: यह भी बहुत महत्वपूर्ण सेवा है सभी हवाई जहाज अपनी उडान  भरने से पहले ही अपने यात्रा पथ के मौसम का हाल लिखित रूप में हमसे लेकर जाते हैं।

6. बीमा  कंपनियाँ अदि और कई संस्थाएं: बीमा  कंपनियाँ भी विभिन्न दिनांकों के मौसम की जानकारी हमसे मागते हैं। और भी कई सरकारी और गैरसरकारी संस्थाएं हमारे विभाग से किसी विशेष बीते हुए दिन के मौसम के बारे में हमसे संपर्क करते हैं।

7. तटरक्षक बल और नौसेना की सेवा: समुद्री लहरों की भीषणता या सुनामी जैसी किसी आपदा और चक्रवाती तूफानों की जानकारी हमारा विभाग तटरक्षक बल और नौसेना को देता है।

8. थल सेना और वायु सेना: सेना और वायु सेना के विशेष अभियानों के लिए हम मौसम सेवा देते हैं उन्हें ज़मीन  और आसमान दोनों यानि वर्षा, ओले, हिमपात, शीतलहर अदि की जानकारी देते हैं।

9. मछुवारों के लिए विशेष सेवा: जब भी कभी समुद्र के अन्दर तूफान आणि या ऊँची-ऊँची लहरें उठाने की आशंका होती है तो उस क्षेत्र के मछुवारों को सचेत कर दिया जाता है उस इलाके के प्रशाशन को और वो विशेष सायरनों के द्वारा या बुलेटिनो के द्वारा जनता को सचेत कर देते हैं।

10. सक्रिय अलर्ट:  डाप्लर राडार में  ये डिवाइस स्वतः काम करता है और बहुत ही आधुनिक तरीके से  काम करता है और तटीय क्षेत्रों में बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है। इसमें सभी मोबाईल सेवा देने वाली कंपनियों  की मदद से हमारा नेटवर्क आपातकालीन सूचना का sms प्रभावित क्षेत्र के सभी मोबाईल धारकों के पास भेज देता है। ये मछुआरों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

11. किसानों के लिए बुलेटिन: हमारे विभाग की ऐग्रिमेट शाखा में किसानो के हित के लिए और फसल की बुवाई खेत की जुताई  आदि के लिए उपयुक्त समय की भविष्यवाणी हमारा विभाग करता है और देश के सभी संचार माध्यमों से इसका प्रसारण होता है। इसके लिए भी मोबाईल सेवा हम देते है कोई भी किशन या सामाजिक संस्था हमारे मोबाईल नेटवर्क से जुड़ सकती है और इसका लाभ उठा सकती है इसके लिए अपना मोबाईल नंबर मौसम वेबसाइट पर रेगिस्तेर्द कराया जाता है और उसी नो पर सभी सुचानायों के अपडेट sms हम भेजेते रहते हैं जिससे कोई भी लाभ ले सकता है अब तक लगभग 700000(सत्तर लाख) मोबाईल नो हमारे पास रजिस्टर्ड किये जा चुके हैं।

12. नदियों में बाढ़ की स्थिति पर नज़र: भारत मौसम विज्ञान विभाग को अलग से मौसम उपग्रह मिला हुआ है कल्पना नाम का जिसको देश के हर क्षेत्र पर नज़र रखने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके आलावा दुनिया के कई देशों के उपग्रह और भी ज्यादा उन्नत है जिनकी मदद से  नदियों के  उफान की जानकारी भी मिल जाती है और संभावित क्षेत्रों के लोगो को सूचित करके खतरे से अवगत कराया जाता है।

13. मानक काल-कलेंडर:  एक बात हम्मे से कम लोग ही जानते होंगे की हमारा विभाग देश के लिए मानक काल-कलेंडर बनाता है। यानि हमारा विभाग ही बताता है की किस दिन सूर्य कितने बजे उदय होगा और कितने बजे अस्त होगा।

14. डाप्लर रडार : डाप्लर राडार  को जीवन रक्षक प्रणाली का नाम दिया गया है भारत मौसम विज्ञान विभाग में। इसमें पुरे देश में लगभग 60 डाप्लर राडार लगाये गए हैं। और ये राडार सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। अपने चारों तरफ के वातावरण  की 500 किलोमीटर तक की परिधि में ये रडार जाँच आराम से कर सकते हैं। और सभी सूचना जैसे हवा कितनी गति से और किस दिशा में होगी, भरी वर्षा होगी या हलकी, ओले पड़ेंगे तो उनका आकर क्या होगा वर्षा होगी तो बूंदों का आकर क्या होगा और कितनी बारिस या ओले पद सकते हैं ये सभी जानकारी देने में अब हमारा विभाग सक्षम है।

15. भारत मौसम विज्ञानं विभाग की जनता से अपील:
उठ जाग-जाग सुन जाग-जाग, क्या कह रहा है मौसम विभाग
तेरे लिए करता दौड़-भाग, नादानी न कर मत लगा दाग
उठ जाग-जाग सुन जाग-जाग, क्या कह रहा है मौसम विभाग

इसके कर्मी हैं देशभक्त, कर्तव्य निभाते बड़ा सख्त
न चाहिए इनको ताज-तख़्त, है स्वाभिमान इनका दरख़्त
चौबीसों घंटे चलता काम, नहीं चाह इन्हें कोई दे इनाम
घर पर भी चिंता ये तमाम, बदनाम ना होवे अपना नाम
प्रकृति अनिश्चित अंधकार, यह रोशन करता इक चिराग
उठ जाग-जाग सुन जाग-जाग, क्या कह रहा है मौसम विभाग

इसकी बातों पर लगा ध्यान, मिथ्या अभिमान को करले म्यान
मछुआरा है या तू किसान, बस ज़हन में रख मौसम निशान
बुलेटिन हर घंटे आता है, यह फोन पे भी तो बताता है
खतरे की घंटी बजाता है, तूफ़ान जो तुम्हे सताता है
यह साफ़ भविष्यवाणी करता, नहीं दिखलाता कोई सब्ज़-बाग
उठ जाग-जाग सुन जाग-जाग क्या कह रहा है मौसम विभाग

लम्बी उडान पर हो विमान, यह दे देगा मेघों का ज्ञान
सागर में हो जब शिप महान, लहरों की कराये पहचान
कोई फसल उगाओ या उपवन, इससे जानो बरखा का मन
शादी-पार्टी या करो हवन, उस दिन का हाल पूंछो मौसम भवन
हर रोज़ बताता है सबको सूरज ने तपाई कितनी आग
उठ जाग-जाग सुन जाग-जाग क्या कह रहा है मौसम विभाग

इसका उद्देश्य बड़ा पावन, चहके-महके हर घर-आँगन
सम्म्रद्धि का बरसे सावन, विकसित हो राष्ट्र आनन्-फानन
हर माँ का लाल रोजगारी, बेटी की नहीं कोई लाचारी
हर भाई में झलके खुद्दारी, हर बहू की सोच गंघारी
जन-जन में एक विश्वास जगे, और ह्रदय से उठे मल्हार राग
उठ जाग-जाग सुन जाग-जाग, क्या कह रहा है मौसम विभाग

तेरे लिए करता दौड़-भाग, नादानी न कर मत लगा दाग
उठ जाग-जाग सुन जाग-जाग, क्या कह रहा है मौसम विभाग

कवि अशोक कश्यप

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