दोस्तों, आज 05-08-2012 को "मित्रता दिवस 2012" की आप सभी मित्रों को बधाई व् शुभकामनायें.......
दोस्ती:
साथी मिले पसंद का, मन्नत ये कम नहीं है
दुनिया फिर उसके प्यार में, जन्नत से कम नहीं है
हर दिल में मुहब्बत है, हर रूह है प्यासी सी
दोस्ती:
साथी मिले पसंद का, मन्नत ये कम नहीं है
दुनिया फिर उसके प्यार में, जन्नत से कम नहीं है
हर दिल में मुहब्बत है, हर रूह है प्यासी सी
सब ढूँढते वफ़ा को, चहरे पे उदासी सी
खुद बेवफा रह्कर् के, वफ़ा यहाँ ना मिलती
बिन सूर्य, हवा, पानी, कोई कली नहीं खिलती
खिल भी गई गलती से, खुशबु ना बिखेरेगी
मुरझाई सी रहेगी, पंखुडियां तरेरेगी
गर वफ़ा चाहते हो, तो वफ़ा खुद करो तुम
नुक्सान से बचना है, तो नफा खुद करो तुम
है नफा ये आनोखा, जो हार कर जिताता
जिसने भी 'दिल' है हारा, भली जिंदगी बिताता
जब दिल में प्यार होता, दुनिया हसीन लगती
चट्टान मुसीबत भी, राइ महीन लगती
दिल मिले हों जहाँ पर, पानी में दूध जैसे
वो अलग नहीं होते, करो यतन कैसे-कैसे
पानी के समर्पण से, मोल पानी का बढ़ जाता
अपने में मिलाने से, वजन दूध का बढ़ जाता
पानी के समर्पण से, मोल पानी का बढ़ जाता
अपने में मिलाने से, वजन दूध का बढ़ जाता
अग्नि पे चढ़ावो, तो पानी जलके दे कुर्बानी
खटरस जो मिलाओ, तो दूध छोड़ता निशानी
जलकर निशानी देकर, दौनों दोस्ती निभाते
देना ही दोस्ती है, सबक हमको ये सिखाते
(कवि अशोक कश्यप)
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