दोस्तों, कई साल पहले रामलीला में 'लक्ष्मण-शक्ति' के समय 'राम विलाप' के दृश्य को देखने के बाद ये गीत मेरे दिलो-दिमाग में आया था ........

लक्ष्मण-शक्ति:

छोड़ना ना साथ भैया साथ तुमरा प्यारा है
तुम हो तो हर सहारा है ....... छोड़ना ना साथ

देश बेगाना, परिवेश बेगाना, बेगाना हर नज़ारा
आस तुमसे है, विश्वास तुमसे है, हो तुम ही एक सहारा 
होश में आओ, के तुमको राम ने पुकारा है
तुम हो तो हर सहारा है ..........

गम की बेला है, भाई अकेला है, नहीं है संग सीते
युद्ध भारी है, विरुद्ध भारी है, रहूँगा कैसे जीते
प्राण त्यागूँगा, ना ये संसार अब हमारा है
तुम हो तो हर सहारा है ..........

छोड़ना ना साथ भैया साथ तुमरा प्यारा है
तुम हो तो हर सहारा है ..... छोड़ना ना साथ
(कवि अशोक कश्यप)

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