मेरा सपना 

'सक्षम' हूँ मैं, मेरा सपना यूँ सक्षम हो जाऊं
दूर करूँ हर विध्न राह का विकसित राष्ट्र बनाऊं

अपने माँ-बापू के संग हर रिश्ता खूब निभाऊं
और अपनों के सपनों को साकार रूप दिखलाउ
तारा बनूँ हरेक आँख का यूँ रोशन हो जाऊं
अन्धकार के बादल हर आँगन से दूर भगाउ
देश मेरा 'सोने की चिड़िया' था फिर उसे बनाऊं
हर जुबान पर मधुर गीत हों ऐसी तान सुनाऊं

'सक्षम' हूँ मैं, मेरा सपना यूँ सक्षम हो जाऊं
दूर करूँ हर विध्न राह का विकसित राष्ट्र बनाऊं

Comments

Popular Posts